Helping The others Realize The Advantages Of shiv chalisa lyricsl
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शिव सागर में जो में उतरा शिव ने पार उतारा,
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥
नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
देवो के हित विष पी डाला, नील कंठ को कोटि प्रणाम, नील कंठ को कोटि प्रणाम
है प्रभु मेरा अन्तर्यामी, सब का है वो रखवाला॥
नाथ असुर प्राणी सब पर ही भोले का उपकार हुआ।
अर्थ- हे भगवन, देवताओं Shiv chaisa ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई।
स्तुति चालीसा शिवहि, more info पूर्ण कीन कल्याण॥
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया